विश्व के आध्यात्मिक साहित्य में गीता का प्रतिष्ठित स्थान है | यह जीवन में कर्म की महत्ता पर प्रकाश डालती है | इसकी प्रासंगिकता हमेशा रहेगी क्योंकि कर्म के बिना मानव जीवन की न तो सार्थकता है और न ही इसका कोई अर्थ शेष रह जाता है |
Language: Hindi
Author: Mahamahopadhyaya Pt. Arya Muni
Publisher: Delhi Arya Pratinidhi Sabha