Dayanandopanishad

दयानंदोपनिषद
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Book is collection of connotations of Rigved Mantras done by Maharshi Dayanand

इस पुस्तक में महर्षि दयानंद कृत ऋग्वेद भाष्य के भावार्थों का संग्रह है |

Language: Hindi
SKU: 04042 Category:

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Cover Paper Back
Length (cms) 21.2
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Qty Single Book
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Current Copy Year 2009
Total Page 128

 

 

 

 

 

 

वेद ईश्वर का नित्य, पवित्र और शुद्धतम ज्ञान है। वेदों का भी प्रमाणिक भाव्य ऋषि दयानन्द और उनके अनुचरों द्वारा किया गया, एक और विशेष बात है, वरना पाश्चात्यों और सायण, महीघर और उत्वर जैसे विपरीत बुद्धि लोगों ने वेद के साथ न्याय नहीं किया। इस पुस्तक में लेखक ने निम्न सात बिन्दुओं पर विशिष्ट प्रकाश डाला हैं। मूल वेद मन्त्र, फिर संस्कृत हिन्दी भावार्थ (व्याख्या) (1) ईश्वर-स्वरूप निरूपण (2) जीव स्वरूप निरूपण (3) स्त्री-पुरुष-सम्बन्ध निरुपण (4) अध्यात्मक-शिष्य स्वरूप निरुपण (5) प्रकृति स्वरूप तथा शिल्प विद्या निरूपण (6) सभा-सेना संगठन प्रकरण (7) मनुष्य कत्र्तव्याकत्र्तव्य निरूपण आदि। यह पुस्तक पठित और सामान्य हिन्दी पठित व्यक्ति के लिए भी विशेष उपयोगी है, इसलिए इसका संग्रह करके स्वाध्याय जरूर करना चाहिए।
Weight 160 g
Dimensions 21.2 × 14.2 × 0.7 cm
Language

Hindi

Authors

Pt. Bhimsen Vidyalakar

Publisher

Vedic Prakashan (DAPS)

1 review for BY VERIFIED PURCHASERS.

  1. Ashwani (verified owner)

    उपयोगी पुस्तक

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