Omkar Nirnaya

ओम्कार निर्णय

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The meaning and importance of Om has been rendered in this book with presenting solid evidences from Vedic Literature including Vedas, Brahman Granths, Upnishads, Manusmriti, Geeta and Vyakaran etc.

इस पुस्तक में वेदों, ब्राह्मण ग्रंथों, उपनिषदों, मनुस्मृति, गीता, व्याकरण आदि वैदिक साहित्य के प्रमाण देकर ओ३म् के अर्थ और महत्व को प्रतिपादित किया गया है |

Language: Hindi
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Cover Paper Back
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Qty Single Book
Translation / Original Original
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Current Copy Year 2018
Total Page 99

 

 

 

 

 

 

 

परमपिता परमात्मा, ईश्वर के अनेक नाम हैं, गुण-कर्म-स्वभाव अनुसार, लेकिन उन सब में मुख्य नाम ओम् है। इस पुस्तक में वेद, ब्राह्मण ग्रन्थ, उपनिषदों, दर्शनों, तन्त्र, मन्त्र और अन्य मत-मतान्तरों द्वारा भी पर्णित ओंकार के महत्व को सप्रमाण प्रस्तुत किया गया हे। ओंकार शब्द की सिद्धि, नाम और नामी, भगवत और ओंकार, योग और ओम् शब्द, मन्त्र के आदि और अन्त में ओम् शब्द, ओम् शब्द का स्वीकार अर्थ, ओंकार और ऋषियों का तात्पर्य, ओंकार शब्द की रचना का परम गूढ़ भाव, प्रत्येक आस्तिक ईश्वर भक्ति हेतु और मानव मात्र हेतु उपयोगी पुस्तक है। ओम् (ओंकार) विषयक यह पुस्तक सर्वश्रेष्ठ है। Specifications : Cover Paper Back Length (cms) 21.3 Width (cms) 13.7 Height (cms) 0.6 Qty Single Book Translation / Original Original Translator Current Copy Year 2018 Total Page 99
Weight 120 g
Dimensions 21.3 × 13.7 × 0.6 cm
Language

Hindi

Authors

Pt. Shiv Shankar Sharma Kavyathirth

Publisher

Vijay Kumar Govindram Hasanand

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