इस पुस्तक में वैदिक प्रमाणों द्वारा सरलत और सरसतम भाषा शैली में सृष्टि उत्पत्ति, ईश्वर का संकल्प, चतुण्पाद विराट् पुरुष, यज्ञ, तीन लोक, पुनः र्जन्म, पितृलोक, स्वर्ग, जीव की कब्र, नरम-पाप स्वयं नरक, ब्राह्मण की गौ, त्रिविष्टप, सुखी गृहस्थ, मुक्ति लोक, स्वर्ग शारीरिक है या आत्मिक, क्या स्वर्ग अनन्तकाल तक है?, प्रकाश और आनन्द, बाह्मपुरी, स्वर्ग में सुरा, गन्धर्व और अप्सराएँ, वेद में बहु विवाह निषेद और कुरआन के बहिश्त सम्बन्धी लाहौरी (व्याख्या) आदि इन विभिन्न विषयों की शोध पूर्वक विचार प्रस्तुत किये गये है। सैद्धान्तिक और व्यवहारिक दृष्टि से भी पुस्तक बहुत उपयोगी है, प्रतयेक आर्य संस्थान और आर्य परिवारों में पुस्तक पढ़ने योग्य है। निश्चित यह पुस्तक आपका ज्ञानार्जन करेगी।
Specifications :
Cover
Paper Back
Length (cms)
21.1
Width (cms)
14
Height (cms)
1.1
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Single Book
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Original
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Current Copy Year
2015
Total Page
192
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