महर्षि दयानन्द और महात्मा गाँधी नामक पुस्तक में स्वामी जी की महान विचार धारा जिसमें किस तरह से भारतीय संस्कृति एवं भारतीयता की पहचान सम्पूर्ण विश्व में हो तथा गाँधी जी की विचारधारा सत्ता सुख के लिए भी करना पड़े दोनों की विचारधाराओं को बतलाया गया है |
Specifications :
Cover |
Paper Back |
Length (cms) |
21.3 |
Width (cms) |
14.2 |
Height (cms) |
0.7 |
Qty |
Single Book |
Translation / Original |
Original |
Translator |
|
Current Copy Year |
2007 |
Total Page |
127 |
महर्षि दयानन्द और महात्मा गाँधी नामक पुस्तक में स्वामी जी की महान विचार धारा जिसमें किस तरह से भारतीय संस्कृति एवं भारतीयता की पहचान सम्पूर्ण विश्व में हो तथा गाँधी जी की विचारधारा सत्ता सुख के लिए भी करना पड़े दोनों की विचारधाराओं को बतलाया गया है |
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Cover |
Paper Back |
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21.3 |
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14.2 |
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