Bhagwan Ko Kyo Mane ? (Book id – 3013)

भगवान को क्यों मानें ? (पुस्तक क्र० - 3013)

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Children’s have open and simple mind. The things that leave an impression on the mind in childhood are not left in their lifetime. A unique comic that awakens children towards faith and belief in God.

बच्चों का मन कोमल होता है | बचपन में जो बातें मन पर छाप छोड़ देती हैं | वह जीवन भर नहीं छूटती है बच्चों में ईश्वर के प्रति आस्था एवं विश्वास जगाने वाली अनूठी चित्रकथा |

Language: Hindi
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बच्चों का मन कोमल होता है बचपन में जो बातें मन पर छाप छोड़ देती हैं वह जीवन भर नहीं छूटती है बच्चों में ईश्वर के प्रति आस्था एवं विश्वास जगाने वाली अनूठी चित्रकथा |

Cover Paper Back
Length (cms) 24.0
Width (cms) 18.2
Height (cms) 0.2
Qty Single Book
Translation / Original Original
Translator NA
Current Copy Year 2019
Total Page 24

बच्चों का मन कोमल होता है बचपन में जो बातें मन पर छाप छोड़ देती हैं वह जीवन भर नहीं छूटती है बच्चों में ईश्वर के प्रति आस्था एवं विश्वास जगाने वाली अनूठी चित्रकथा | Specifications : Cover Paper Back Length (cms) 24.0 Width (cms) 18.2 Height (cms) 0.2 Qty Single Book Translation / Original Original Translator N\A Current Copy Year 2019 Total Page 24
Weight 66 g
Dimensions 24.0 × 18.2 × 0.2 cm
Language

Hindi

Authors

Prakash Arya MHOW

Publisher

Arsh Sahitya Prachar Trust

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